AKTU 23वें दीक्षांत समारोह में एस्ट्रोनॉट ने छात्रों को दिया प्रेरक संदेश
लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के 23वें दीक्षांत समारोह में एस्ट्रोनॉट ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता किसी बड़ी उपलब्धि से नहीं बल्कि आपके हर दिन के प्रदर्शन और लगातार प्रयास से आती है। उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि इंतजार करना समय का नष्ट करना नहीं बल्कि धैर्य का प्रतीक है। यह उनका स्पष्ट प्रेरक संदेश था कि नियमित मेहनत और समर्पण से ही जीवन में असली सफलता मिलती है।
समारोह का विवरण
आज (9 सितंबर) AKTU में 53,943 छात्रों को डिग्री और 86 छात्रों को पीएचडी अवार्ड प्रदान किए जाएंगे।
समारोह का आयोजन अटल बिहारी वाजपेयी बहुउद्देश्यीय सभागार में हुआ।
कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अध्यक्षता की, जबकि प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल और एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला का भाषण
- उन्होंने कहा कि सफलता केवल परिणाम नहीं बल्कि रोज़मर्रा के प्रयास और धैर्य से आती है।
- अंतरिक्ष में मिशन के दौरान 32 दिन तक क्वारंटीन रहने का अनुभव उन्होंने साझा किया।
- छात्रों को स्वतंत्रता और जिम्मेदारी का महत्व समझाते हुए बताया कि अब उनका जीवन उनकी मेहनत, फैसलों और मूल्यों पर आधारित होगा।
- छात्रों को याद दिलाया कि किसी भी सफलता के पीछे माता-पिता की मेहनत, शिक्षकों का धैर्य और परिवार का त्याग छिपा होता है।
प्रेरक संदेश और सलाह
दीक्षांत समारोह का उद्देश्य केवल डिग्री देना नहीं बल्कि छात्रों को प्रेरक संदेश देना भी है।
छात्रों को बताया कि शिक्षा यात्रा का अंत नहीं, बल्कि यह उनका लॉन्चपैड है।
अब उन्हें अपने समय, प्रयास और निर्णयों के प्रति पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी।








