लखनऊ में शुक्रवार को अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने “दूसरी आजादी का प्रथम क्रांति दिवस” के तहत करीब 500 महिलाओं के साथ जोरदार विरोध मार्च निकाला। इस मार्च की शुरुआत बर्लिंगटन चौराहे से हुई, जहां पल्लवी पटेल ने हाथ में तख्ती लेकर और नारे लगाते हुए महिलाओं का नेतृत्व किया।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बापू भवन तक पहुंचने से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर मार्च को रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने पल्लवी पटेल समेत सैकड़ों महिलाओं को बस में बैठाकर इको गार्डन भेज दिया। कार्रवाई के जवाब में पल्लवी पटेल ने कहा, “इस प्रदेश में न कन्याएं सुरक्षित हैं, न ही महिलाएं। आज महिलाएं अपनी दहलीज पार कर अधिकार की आवाज उठाने लखनऊ आई हैं। यह केवल अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है।”
पल्लवी पटेल ने सरकार से मांग की कि जातिगत जनगणना की समय-सीमा घोषित की जाए ताकि महिलाओं को उनके अधिकार मिल सकें। उन्होंने साफ किया कि महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए वह लगातार सड़क पर लड़ती रहेंगी।