Shani Sade Sati 2026: इन राशियों पर रहेगा शनि का प्रभाव, जानें असर और उपाय
वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को कर्मों का फल देने वाला और न्याय का प्रतीक माना जाता है। जब शनि किसी राशि में लंबे समय तक गोचर करते हैं, तो उसका प्रभाव केवल भाग्य तक सीमित नहीं रहता, बल्कि व्यक्ति के स्वभाव, निर्णय क्षमता और जीवन की दिशा पर भी साफ दिखाई देता है।
Shani Sade Sati 2026 इसलिए खास मानी जा रही है, क्योंकि पूरे वर्ष शनि मीन राशि में गोचर करेंगे। इसी गोचर के कारण कुछ राशियों पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा, जबकि कुछ राशियों को ढैय्या का सामना करना पड़ सकता है।
Shani Sade Sati 2026: किन राशियों पर पड़ेगा असर?
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार—
साढ़ेसाती वाली राशियां (2026)
मेष
कुंभ
मीन
ढैय्या से प्रभावित राशियां
सिंह
धनु
इस वर्ष स्थिति इसलिए भी संवेदनशील मानी जा रही है क्योंकि—
कुंभ राशि में राहु
सिंह राशि में केतु का गोचर भी साथ-साथ रहेगा, जिससे शनि का प्रभाव कुछ राशियों के लिए और गहरा हो सकता है।
इसका असर करियर, धन, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव के रूप में देखने को मिल सकता है।
आने वाले समय का संकेत
ज्योतिष के अनुसार, 2027 में शनि के मेष राशि में प्रवेश करते ही वृषभ राशि पर साढ़ेसाती की शुरुआत हो जाएगी। ऐसे में 2026 का वर्ष न केवल सावधानी बरतने का समय है, बल्कि आने वाले बदलावों के लिए खुद को मानसिक और व्यावहारिक रूप से तैयार करने का भी अवसर है।
Shani Sade Sati 2026 Rashifal: राशि-वार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
2026 में मेष राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण प्रभावी रहेगा।
कामकाज और व्यापार में रुकावटें
जिम्मेदारियों में अचानक बढ़ोतरी
अपनों से मतभेद की संभावना
हालांकि, मेहनत करने वालों को बीच-बीच में लाभ के अवसर भी मिलेंगे।
उपाय: रोजाना श्रद्धा से शनिदेव का मंत्र
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
का जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए 2026 साढ़ेसाती का अंतिम चरण होगा।
पुरानी परेशानियों में धीरे-धीरे कमी
अटके काम आगे बढ़ने के संकेत
आर्थिक स्थिति में सुधार
राहु के कारण कभी-कभी मानसिक अस्थिरता रह सकती है, लेकिन स्थिति संभलती जाएगी।
उपाय: मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए यह साढ़ेसाती का शुरुआती दौर होगा।
मानसिक दबाव और जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं
कमाई के अवसर मिलेंगे, लेकिन खर्च भी अधिक रहेगा
स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता जरूरी
यह वर्ष संघर्ष के साथ-साथ अनुभव और सीख देने वाला रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित करें और नियमित दिनचर्या अपनाएं।







