उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में SIR ड्यूटी से बचने का मामला सामने आया है। यहां एक प्राइमरी स्कूल के शिक्षक और दो शिक्षामित्रों ने BLO/SIR कार्य करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीनों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए।
शिक्षक ने इसके बाद मेडिकल लीव देने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने छुट्टी आवेदन रद्द करते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि सामान्य परिस्थितियों में कोई अवकाश मंजूर नहीं होगा। केवल विशेष स्थितियों में ही सीएमओ प्रमाणपत्र के आधार पर मेडिकल लीव स्वीकृत की जाएगी।
प्रदेशभर में SIR ड्यूटी को लेकर शिक्षकों में दबाव देखा जा रहा है। कुछ राज्यों में BLO ड्यूटी के दौरान हुई घटनाओं को लेकर राजनीतिक विवाद भी बढ़ा है।
झांसी के एक प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षामित्रों द्वारा SIR कार्य से इनकार करने पर एक अन्य शिक्षक को यह ड्यूटी सौंपी गई, लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया। इस पर अधिकारियों ने सभी संबंधित कर्मियों का वेतन रोकने और एक शिक्षक को निलंबित करने की कार्रवाई की।
अधिकारियों ने कहा है कि SIR कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समस्याओं के समाधान के लिए एक हेल्पडेस्क भी बनाया गया है, जहां दर्ज की गई अधिकांश शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। जहां शिकायतें अनुचित पाई गईं, वहां वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। संबंधित विद्यालय में अब तक कई BLO बदलने की स्थिति बन चुकी है, जो समस्या की गंभीरता को दर्शाता है।








