UP Crime News: लंदन में रहकर भारत से लेता रहा वेतन, विदेशी फंडिंग से खरीदीं 14 प्रॉपर्टी, केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक मौलाना पर धोखाधड़ी, फर्जी पहचान और विदेशी फंडिंग के जरिए करोड़ों की संपत्ति खरीदने का गंभीर आरोप लगा है।जांच में सामने आया कि आरोपी ने लंदन की नागरिकता लेने के बाद भी भारत में सरकारी वेतन लिया,सालों तक मदरसे से सैलरी हड़प की, और लंदन से प्रॉपर्टी खरीदने का नेटवर्क खड़ा किया।
नागरिकता लंदन की, लेकिन सैलरी भारत की
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने 2013 में लंदन की नागरिकता ली,लेकिन इसके बावजूद 2017 तक भारत में मदरसे से शिक्षक के रूप में सैलरी प्राप्त करता रहा।चार वर्षों तक उसने लगभग ₹16.6 लाख का सरकारी धन उठाया।यह सैलरी मदरसा प्रशासन और सरकारी फंड से दी जा रही थी,जिसके बाद एडीएम कार्यालय ने उस पर रिकवरी का नोटिस जारी किया है।हालांकि अब तक गबन की वसूली नहीं हो पाई है।इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब मदरसा प्रबंधन ने एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें आरोपी पर धोखाधड़ी और सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला दर्ज हुआ।
लंदन से चल रहा था प्रॉपर्टी कारोबार
जांच में सामने आया है कि आरोपी पिछले तीन वर्षों से भारत नहीं लौटा,लेकिन लंदन से ही संत कबीर नगर में 14 से अधिक प्रॉपर्टी खरीदी गईं।ये संपत्तियां आरोपी के परिवार के नाम पर रजिस्टर्ड हैं औरउनकी फंडिंग सीधे लंदन से हुई। सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क विदेशी फंडिंग और हवाला चैनलों के जरिए सक्रिय था।जांच एजेंसियां अब विदेशी ट्रांजैक्शन और बैंकिंग रिकॉर्ड्स की पड़ताल कर रही हैं।
फर्जी पैन कार्ड, आधार और संदिग्ध विदेशी कनेक्शन
एफआईआर में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने लंदन की नागरिकता लेने के बाद भी भारत में दूसरा पैन कार्ड और आधार कार्ड बनवाया।इन्हीं दस्तावेजों का इस्तेमाल कर उसने 2014 से 2022 के बीच दर्जनों संपत्तियां खरीदीं।इसके अलावा, उसकी विदेशी रिश्तेदारी और पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकरभी जांच एजेंसियां सतर्क हैं।आरोप है कि आरोपी ने अपनी बेटी की शादी पाकिस्तान के नागरिक से की,और उसी माध्यम से विदेशी लेन-देन और यात्रा संपर्क बनाए रखा।








