CM योगी आदेश: यूपी के 75 जिलों में 7 अक्टूबर को होगा भव्य आयोजन, तैयारियां पूरी
CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश 7 अक्टूबर 2025 को एक ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। राज्य के सभी 75 जिलों में एक साथ Valmiki Jayanti 2025 बड़े ही धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी। इस मौके पर पूरे प्रदेश में रामायण पाठ, भजन, कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और दीप प्रज्ज्वलन जैसे आयोजन एक साथ होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कार्यक्रमों में सरकारी स्तर पर ही नहीं, बल्कि आम जनता की भी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समाज में समानता, सेवा और सद्भाव का संदेश लेकर आएगा।
राज्यभर में तैयारियां तेज़, सभी जिलों में विशेष कार्यक्रम
सरकारी निर्देशों के अनुसार, संस्कृति विभाग के सहयोग से सभी जिलों, तहसीलों और विकास खंडों में महर्षि वाल्मीकि जयंती का आयोजन होगा। देव मंदिरों और वाल्मीकि से जुड़े पवित्र स्थलों पर रामायण पाठ, भक्ति संगीत, भजन, कीर्तन, दीपदान और प्रवचन होंगे।प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है, जो स्थानीय कलाकारों, समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर कार्यक्रमों का संचालन करेगी।
लालापुर (चित्रकूट) बनेगा मुख्य केंद्र – राज्य स्तरीय आयोजन
लालापुर के अलावा अयोध्या, श्रावस्ती, प्रयागराज, कानपुर (बिठूर), राजापुर, झांसी, वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर सहित सभी जिलों में भव्य आयोजन होंगे।
अयोध्या में वाल्मीकि आश्रम पर विशेष दीपदान और पूजन होगा।
बिठूर में दो दिवसीय कार्यक्रम की तैयारी चल रही है।
प्रयागराज और वाराणसी में विश्वविद्यालय स्तर पर “वाल्मीकि और रामायण का सांस्कृतिक प्रभाव” विषय पर परिचर्चा आयोजित की जाएगी।
इन आयोजनों का उद्देश्य सिर्फ श्रद्धांजलि देना नहीं, बल्कि युवाओं को भारतीय संस्कृति, साहित्य और वाल्मीकि जी की शिक्षाओं से जोड़ना है।
जनसहभागिता पर जोर और स्थानीय कलाकारों को मंच
योगी सरकार ने इस बार के Valmiki Jayanti 2025 celebrations in UP को जनसहभागिता आधारित आयोजन बनाया है।संस्कृति विभाग, सूचना विभाग और जिला प्रशासन मिलकर कार्यक्रमों का संचालन करेंगे।हर जिले में स्थानीय कलाकारों, भजन मंडलियों, कथा वाचकों और विद्यालयों को मंच प्रदान किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को पहचान देना और ग्रामीण क्षेत्रों की कला संस्कृति को बढ़ावा देना है।
स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष निगरानी
CM योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रम स्थलों पर स्वच्छता, पेयजल, ध्वनि, प्रकाश और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए।श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए स्थानीय स्वयंसेवक और पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।संस्कृति विभाग को यह भी निर्देश दिया गया है कि आयोजन के दौरान महर्षि वाल्मीकि के उपदेश और सामाजिक संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाए।