Navratri 2025 का पांचवा दिन बेहद खास है। इस बार शारदीय नवरात्रि सोमवार से शुरू होकर 9 की जगह 10 दिन की रहेगी, जो लगभग 27 साल बाद बनने वाला संयोग है। पांचवे दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि सच्चे मन से स्कंदमाता की पूजा करने पर जीवन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और हर कार्य आसानी से पूरा होता है।
स्कंदमाता पूजा का महत्व
मां स्कंदमाता को ज्ञान, सुख-समृद्धि और उन्नति की देवी माना जाता है। भक्त मानते हैं कि उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
Navratri 2025 Day 5 का शुभ रंग
पांचवे दिन का शुभ रंग पीला है। मां स्कंदमाता को पीला रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। चाहे हल्का पीला हो या गहरा शेड, यह रंग सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और मन को प्रसन्न रखता है।
Navratri 2025 Day 5 का भोग
स्कंदमाता को प्रसन्न करने के लिए इस दिन पीले रंग की वस्तुओं का भोग लगाया जाता है।
केला सबसे शुभ फल माना जाता है।
इसके अलावा केसर वाली खीर, पीला हलवा, बेसन की मिठाई या अन्य पीले रंग के व्यंजन चढ़ाए जा सकते हैं।
इन भोगों से माता प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
स्कंदमाता पूजा का शुभ मुहूर्त (Navratri 2025 Day 5)
आज के दिन स्कंदमाता की पूजा के लिए दो प्रमुख शुभ मुहूर्त हैं:
दोपहर का मुहूर्त: 12:05 PM से 12:53 PM
शाम का मुहूर्त: 6:30 PM से 7:24 PM
इन समयों में की गई पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।
स्कंदमाता की आरती
जय तेरी हो स्कंद माता , पांचवां नाम तुम्हारा आता
सब के मन की जानन हारी , जग जननी सब की महतारी
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं, हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं
कई नामों से तुझे पुकारा , मुझे एक है तेरा सहारा
कहीं पहाड़ों पर है डेरा , कई शहरो मैं तेरा बसेरा
हर मंदिर में तेरे नजारे , गुण गाए तेरे भगत प्यारे
भक्ति अपनी मुझे दिला दो , शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो
इंद्र आदि देवता मिल सारे , करे पुकार तुम्हारे द्वारे
दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए , तुम ही खंडा हाथ उठाए
दास को सदा बचाने आई , ‘चमन’ की आस पुराने आई।