
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण का एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। लखनऊ पुलिस और ATS‑STF टीमों ने ‘मिशन अस्मिता’ के तहत छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के लीडरशिप में कार्यरत एक धर्मांतरण कॉल सेंटर को बेनकाब किया है। इस कॉल सेंटर के माध्यम से जम्मू से कोलकाता तक फैले 325 हिंदू लड़कियों को मोहब्बती छलावे जैसे ‘शरबत’ का लालच देकर संपर्क किया गया।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि यह गिरोह ISIS-स्टाइल ऑपरेशन चला रहा था। कथित तौर पर विदेशी फंडिंग मिली थी अमेरिका, कनाडा और यूएई से, और उन्हें भावनात्मक रूप से प्रभावित कर धर्मांतरण के लिए तैयार किया गया। गिरोह का नेटवर्क 6 राज्यों में सक्रिय था, जिसमें 10 मुख्य आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं, जिन्हें कट्टरपंथी और आतंकवादी संगठनों से भी लिंक करने की जांच की जा रही है।
इस कॉल सेंटर की ज़िम्मेदारी मुख्य रूप से लखनऊ के अवध इंटरनेशनल होटल से जुड़ी है जहाँ छांगुर बाबा और सहयोगी नियमित रूप से रहते थे। इसके अलावा, ED द्वारा उक्त होटल सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें 2 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेनदेन की जांच की जा रही है।
मुख्य आरोपी छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नसीरीन को मेडिकल जांच के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उन्होंने मीडिया के सामने स्वयं को निर्दोष बताया। हालांकि पुलिस ने कहा कि जांच जारी है और इसमें कई डिजिटल एवं वित्तीय सुराग मिल रहे हैं।