
बागपत में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां दलित प्रेमी के साथ भागी 17 साल की नाबालिग लड़की की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। युवती अपने प्रेमी संग हिमाचल प्रदेश चली गई थी, लेकिन परिजनों ने दोनों को पकड़कर कार से गांव वापस लाया। रास्ते में मारपीट की और गांव पहुंचते ही नलकूप पर बांधकर दोनों को बेरहमी से पीटा।
इसके बाद परिजनों ने बेटी का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और बीमारी से मौत बताकर शव को जमीन में दफना दिया। जब ग्रामीणों ने दफनाने के दौरान लड़की के गले पर निशान देखे तो मामला संदिग्ध लगा। प्रेमी के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने छानबीन के बाद लड़की के पिता और चाचा को हिरासत में लिया, जिन्होंने पूछताछ में हत्या की बात कबूल की। शनिवार को पुलिस ने शव निकलवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार, युवती मुस्लिम समुदाय के रसूखदार परिवार से थी और दादा राजनीति से जुड़े हैं। वहीं, प्रेमी युवक अनुसूचित जाति से संबंध रखता है। इसी वजह से लड़की के घरवाले रिश्ते के खिलाफ थे। फिलहाल घायल युवक मेरठ के अस्पताल में भर्ती है।
23 जुलाई को जब सोनिया ने फिर से सागर से शादी की बात दोहराई, तो परिजनों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की और गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में गांव वालों से कहा गया कि सोनिया की मौत टीबी की वजह से हुई है।
जब शव को दफनाने ले जाया गया, तो ग्रामीणों ने लड़की के गले और शरीर पर चोटों के निशान देखे, जिससे संदेह गहरा गया। ग्रामीणों ने तुरंत प्रेमी सागर के परिवार और दोघट पुलिस चौकी को घटना की जानकारी दी।
24 जुलाई को सागर और उसके परिजनों ने बड़ौत कोतवाली में हत्या की शिकायत दी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार 25 जुलाई को सागर ने एसपी सूरज कुमार राय से मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई।
एसपी के आदेश पर पुलिस ने सोनिया के पिता वरीस और चाचा को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने ऑनर किलिंग की बात स्वीकार कर ली है।